"आजाद _ ए वतन की हवा में याद की जाती जिनकी आज भी कुर्बानी,
आजादी के सुरों को छेड़ते थे वो स्वतंत्रता सेनानी,
गुलामी के पाशों से करने हेतु भारत स्वतंत्र जिन्होंने प्राण थे वारे,
आज गूजेंगे फिर उनके प्रसिद्ध नारे..."
विद्यार्थियों को विश्व स्तर की शिक्षा देने का प्रयास करने के साथ साथ ही जी डी गोएंका विद्यालय अपने देश के प्रति समर्पण एवं अपनी जड़ों से जुड़े रहने का संदेश देने हेतु विद्यार्थियों को विविध गतिविधियों के माध्यम से अनेक अवसर प्रदान करता रहता है।
जी
डी गोएंका विद्यालय में विद्यार्थियों को देशभक्ति को भावना व नैतिक मूल्यों के विकास हेतु नारा लेखन क्रिया कलाप का आयोजन किया गया।कक्षा छह के सभी विद्यार्थियों ने अनेक देशभक्तों के भावनाओं को समझने का प्रयास किया व उनके नारों को कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया।